Rote Hai Dil Hi Dil Me
Vicky Singh
3:24मुझे फिर तबाह कर, मुझे फिर रुला जा सितम करने वाले कहीं से तू आ जा मुझे फिर तबाह कर, मुझे फिर रुला जा सितम करने वाले कहीं से तू आ जा कहीं से तू आ जा आँखों में तेरी ही सूरत बसी है तेरी ही तरह तेरे ग़म भी हसीन हैं तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है ये माना कि महफ़िल जवां है, हसीन है तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है ये माना कि महफ़िल जवां है, हसीन है जिधर भी ये देखे, जिधर भी ये जाए तुझे ढूंढती हैं ये पागल निगाहें जिधर भी ये देखे, जिधर भी ये जाए तुझे ढूंढती हैं ये पागल निगाहें ये पागल निगाहें मैं ज़िंदा हूँ लेकिन कहाँ ज़िंदगी है मेरी ज़िंदगी तू कहाँ खो गई है तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है ये माना कि महफ़िल जवां है, हसीन है तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है